आपको डायबिटीज है, अगर हां तो आपके लिए हैं ये सलाह
डायबिटीज जिसे हम शुगर या मधुमेह भी कहते हैं। आज 5 में से हर तीसरा इंसान इस बीमारी की चपेट में है। इस बीमारी से ग्रस्त इंसान हमेशा अपने खाने-पीने की चीजों को लेकर परेशान रहता है क्योंकि उसे पौष्टिक खाने के साथ- साथ डायबिटीज को भी कंट्रोल रखना पड़ता है। इसी कश-म-कश में कई बार उसे न चाहते हुए भी ऐसा खाना खाना पड़ता है तो बहुत ही उकता होता है, जिसे खाने के बारे में सोचते ही मन टूटने लगता है।
अगर आप या आपके घर का कोई भी सदस्य डायबिटीज का शिकार है और बेस्वाद खाना खाकर बोर हो चुका है तो इसमें मन तोड़ने या घबराने वाली कोई बात नहीं है क्योंकि बहुत सारे आहार ऐसे भी हैं जो डायबिटीज को कंट्रोल करते हुए फ्लेवर भी देते हैं।
आधुनिकता के इस दौर में इनसान की अनियमित दिनचर्या, अनुचित व असंतुलित खानपान, अवसाद, चिंता, भय, शोक आदि मानसिक कारण ही मधुमेह या डायबिटीज जैसी बीमारी के कारण हैं. मधुमेह के रोगी को अपनी दिनचर्या में परिवर्तन लाना आवश्यक है साथ ही उचित खानपान का भी ध्यान रखना जरूरी है. डायबिटीज के रोगी के लिए चीनी से बने खाद्य पदार्थ नुकसान देते हैं. अधिक गरिष्ठ भोजन, सूखा मेवा, अधिक मीठे फल आदि का सेवन भी खून में शुगर को बढ़ाता है.
डायबिटीज डाइट चार्ट
डायबिटीज वाले लोगों को प्रोटीन और उच्च गुणवत्ता वाले आहार का सेवन करना चाहिए। उन्हें दूध, दही, पनीर, अंडा, मछली, सोयाबीन आदि का सेवन ज्यादा करना चाहिए। इंसुलिन ले रहे डायबिटिक व्यक्ति एवं गोलियां ले रहे डायबिटिक व्यक्ति को खाना सही समय पर लेना चाहिए। ऐसा न करने पर उन्हें हायपोग्लाइसीमिया हो सकता है, जिससे कारण कमजोरी, अत्यधिक भूख लगना, पसीना आना, नजर से धुंधला या डबल दिखना, हृदयगति तेज होना, झटके आना एवं गंभीर स्थिति होने पर कोमा भी हो सकता है।
- डायबिटिक व्यक्ति को थोड़ी-थोड़ी देर (2 घंटे) बाद कुछ खाते रहना चाहिए। एक ही टाइम खूब सारा खाना न खाएं।
- डायबिटीक व्यक्ति को हमेशा अपने साथ कोई मीठी चीज जैसे ग्लूकोज, शक्कर, चॉकलेट और मीठे बिस्कुट रखने चाहिए। अगर आपको हायपोग्लाइसीमिया के लक्षण दिखें तो तुरंत इनका सेवन करना चाहिए।
- मधुमेह रोगी को खाने से लगभग 1 घंटा पहले तेज गति से पैदल चलना चाहिए और साथ ही व्यायाम और योगा भी करें। सही समय पर इंसुलिन व दवाइयां लेते रहें। नियमित रूप से चिकित्सक के पास जाकर चेकअप भी कराइए।
- घी, तेल और रिफाइंड का सेवन दिनभर में 4 चम्मच से ज्यादा न करें। खाना नॉनस्टिक कुकवेयर में पकाना चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियों का ज्यादा सेवन करें।
- हमेशा डबल टोन्ड वाला दूध इस्तेमाल करें। कम कैलोरी वाला खाना खाएं। जैसे छिलके वाला भुना चना, परमल, अंकुरित अनाज, सूप, सलाद आदि का ज्यादा सेवन करें। दही और छाछ का सेवन करने से ग्लूकोज का स्तर कम होता है और डायबिटीज पर कंट्रोल रहता है।
- मैथीदाना (दरदरा पिसा हुआ) एक या आधा चम्मच खाना खाने के 15-20 मिनट पहले लेने से शुगर कंट्रोल में रहती है। चोकर वाले आटे की रोटी खाएं। आप इसमें सोयाबीन का आटा भी मिला सकते हैं।
गांठगोभी की रसेदार सब्जी
सामग्री : 1 छोटी गांठगोभी, गांठ गोभी के नरम मुलायम थोड़े से पत्ते,1-1 बड़ा चम्मच प्याज व टमाटर का पेस्ट, 1 छोटा चम्मच लहसुनअदरक का पेस्ट, 1/2 छोटा चम्मच हलदी, 1/2 छोटा चम्मच लालमिर्च पाउडर, 2 बड़े चम्मच तेल, नमक स्वादानुसार.जीरा - ½ छोटी चम्मच,सौंफ पाउडर - 1 छोटी चम्मच
विधि : गोभी छील कर चौकोर टुकड़ों में काट लें, पैन में 1 चम्मच तेल गरम कर के इन टुकड़ों को 2 मिनट तलें फिर शेष तेल डालें. अदरक, लहसुन प्याज का पेस्ट व टमाटर का पेस्ट भूनें, हलदी व लालमिर्च डालें. तले गोभी के टुकड़े डाल कर 1 मिनट भूनें. 3 कप पानी डाल कर धीमी आग पर ढक दे। गांठ गोभी को चैक कीजिए, गोभी अच्छे से पक चुकी है, इसे पत्तों और मसाले में डाल कर 2 मिनिट अच्छे से मिला लीजिए. सब्जी़ में ½ कप पानी पानी डालकर 2-3 मिनिट धीमी आग पर पकने दीजिए. लगभग 20 - 25 मिनिट में गांठ गोभी पक कर तैयार हो जाएगी. इसे प्याले में निकाल लीजिए और हरे धनिये से गार्निश कीजिए.कर पका लें. फाइबरयुक्त लाभदायक सब्जी तैयार है.
सुझाव: सब्जी में अपनी पसन्द के अनुसार प्याज या लहसन डाल सकते हैं, जीरा और हींग डालने के बाद, एक बारीक कटी प्याज और 4-5 लहसन की बारीक कटी कली डालकर हल्का गुलाबी होने तक भूनें और सारे मसाले और टमाटर डालकर मसाला तैयार करें और बिलकुल इसी तरह सब्जी बनायें.
अगर आप सूखी सब्जी बनाना चाहते हैं, तब सब्जी में पानी बिना डालें, मसाला और पके हुये गांठ गोभी मिलायें.
सामग्री : 1 करेला, 1 खीरा मध्यम आकार का, 4 टमाटर, चुटकी भर नमक, 1 चम्मच नीबू का रस.
विधि : करेला, खीरा व टमाटर भी धो कर काटें तीनों चीजों को मिला कर ब्लेंडर में डालें, 1 मिनट चलाएं, नमक व नीबू का रस मिला कर पीएं.
पालक की डंडियाँ हटा कर पत्तों को अच्छी तरह धो लीजिये। एक बर्तन में एक चौथाई कप पानी और चीनी डाल कर उबाल लीजिये।
पनीर को आप तल कर या बिना तले दोनों तरीके से तरी में डाल सकते हैं। पनीर को तलने के लिये नान स्टिक तवे पर थोड़ा सा तेल डाल कर गर्म क्रिये और पनीर के चौकोर टुकड़े कर तवे पर डाल कर दोनों ओर से हल्का ब्राउन होने तक तल लीजिये।
टमाटर को धो कर उसके टुकड़े कर लीजिये, हरी मिर्च के डंठल तोड़ कर धो लीजिये, अदरक को छीलिये और धोकर 3-4 टूकड़ों में काट लीजिये। फिर इन सबको मिक्सर में बारीक पीस लीजिये।
कढ़ाई में तेल गर्म कर हींग और जीरा भून लीजिये और उसके बाद हल्दी पाउडर, कसूरी मेथी, बेसन और टमाटर, अदरक, हरी मिर्च का पेस्ट डाल कर 2 मिनट भूनिये। फिर क्रीम या मलाई डाल कर मसाले को तब तक भूनिये जब तक कि मसाले के ऊपर तेल ना तैरने लगे।
उबले हुए पालक को ठंडा होने के बाद मिक्सर में बारीक पीस कर इस भुने हुए मसाले में मिला दीजिये। तरी में इच्छानुसार पानी व नमक डाल कर उबालिये और उसके बाद पनीर के टुकड़े डाल कर 2-3 मिनट के लिये ढक कर धीमी आँच पर पकाइये। अब गैस बंद कर दीजिये और सब्जी में गरम मसाला व नीबू का रस मिला दीजिये।
पालक पनीर की सब्जी तैयार है। अब इसे एक प्याले में निकाल कर एक छोटी चम्मच मलाई डाल कर सजाइये और गरमा-गरम चपाती या नान के साथ परोस कर खाइये।
इस तरह करें सोया का सेवन
-आप सोया का सूप, अचार, सलाद, न्यूट्री और अन्य व्यंजन बनाकर खा सकते हैं। आप सोया के आटे से बनी रोटी का सेवन कर सकते हैं।
-आज प्याज अदरक, लहसुन, राई, जीरे और हरी मिर्च का स्पाइसी तड़का लगाकर करी बना सकते हैं। सर्दियों में इसकी करी खाना काफी फायदेमंद साबित होती है।
- आप सोया की ताजी और सूखी पत्तियों का इस्तेमाल पाउडर बनाकर दाल या करी में भी कर सकते हैं। इसके साथ साथ आप सोया की पत्तियों का जूस भी पी सकते हैं। पत्तों को अच्छी तरह से धोकर ब्लैंडर में पीस लें फिर उसमें नींबू और चुटकी भर काला नमक डालकर सुबह या रात को लें।
सामग्री : 2 बड़े चम्मच चावल, 2 बड़े चम्मच गेहूं (टुकड़ा), 1/2 कप मूंग छिलका, 1 बड़ा चम्मच तिल, 1/2 छोटा चम्मच अजवाइन, 1/2 कप कटा हरा प्याज, 1 छोटा चम्मच कटा अदरक, चुटकी भर हींग, 1/2 छोटा चम्मच सरसों, 1 बड़ा चम्मच घी, 1/2 छोटा चम्मच हलदी पाउडर, नमक स्वादानुसार, 10-12 करीपत्ते.
विधि : कुकर में घी गरम करें. हींग, सरसों व अजवाइन भूनें, कटा प्याज व अदरक डालें. शेष सामग्री डालें 2 मिनट भूनें. 11/2 कप पानी डाल कर 1 सीटी आने तक पकाएं, थोड़े से तेल में करीपत्ता व तिल भूनें तथा खिचड़ी में मिला कर दें. गरमागरम खिचड़ी दही के साथ सर्व करें.
सामग्री : 50 ग्राम आंवले, 1/2 कप बेसन, 1 कप दही, 1/2-1/2 छोटा चम्मच हलदी, जीरा प्रत्येक, 2 कटी हरीमिर्चें, चुटकी भर हींग, 1 बड़ा चम्मच तेल, नमक स्वादानुसार.
विधि : आंवले कुकर में स्टीम करें और छोटेछोटे टुकड़ों में काट लें. पैन में तेल गरम करें, हींग व हरीमिर्च?भूनें, जीराहलदी डालें और आंवले डाल कर चलाएं, दही व बेसन को मिला कर मथ लें. पैन में 1 कप पानी डालें. कढ़ी को 10-15 मिनट धीमी आंच पर पकाएं, चपाती के साथ सर्व करें.
सामग्री : 1/2-1/2 कप चना, सोयाबीन, चौलाई, मक्का, जौ व गेहूं का आटा, 1 कप बारीक कटी मेथी, चुटकी भर अजवाइन, 1 बारीक कटी हरीमिर्च, 1 चम्मच तेल, नमक स्वादानुसार.
विधि : सभी आटे मिलाएं. नमक डालें, कटी मेथी मिला कर गूंध लें. 15 मिनट ढक कर रखें. नानस्टिक पैन में तेल चुपड़ कर इस मिश्रण से परांठे तैयार कर लें, आंवले की कढ़ी व चटनी के साथ परोसें.
डाइबिटीज में सब्जियां
डायबिटीज के मरीज के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि वे कुछ चीजों का परहेज करें। कोई भी ऐसी चीज न खाएं जिससे ब्लड में शुगर का लेवल बढ़े। एक ओर जहां डायबिटीज का लेवल कई चीजों के सेवन से बढ़ जाता है वहीं कुछ ऐसी सब्जियां भी हैं जिनके सेवन से डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है। हरी पत्तेदार सब्जियां अगर रोज खाई जाएं तो मधुमेह की बीमारी से बचा जा सकता है. ब्रिटिश मेडिकल जर्नल की एक रिपोर्ट में ये बात सामने आई है
ब्रोकली में भरपूर मात्रा में फाइबर होता हैं। इस वजह से ये डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत लाभदायक है। फाइबर की उच्च मात्रा के अलावा इसमें कैलोरीज बहुत कम होती हैं और पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए व सी होते हैं। ब्रोकली का सेवन करने से ये वजन घटाने में भी कारगर सबित होता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए बीन्स एक अन्य अच्छा विकल्प हैं, क्योकि इसमें अधिक मात्रा प्रोटीन होता हैं। इसके अलावा इसमें अन्य पोषक तत्व मौजूद होते है, जैसे प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम, विटामिन ए, फोलेट और मैग्नीशियम पाया जाता हैं और ये कार्बोहाइड्रेट को जल्दी तोड़ने का भी काम करता हैं। पत्तागोभी विटामिन ए और के भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जबकि यह मैगनीज, फाइबर और विटामिन बी 6 का खज़ाना है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स डायबिटीज में दवा की तरह काम करते हैं।
अरबी की सब्जी न सिर्फ सामान्य डाइट में बल्कि फलाहार के रूप में भी प्रचलित है लेकिन इसके बादी स्वभाव के कारण हम इसके पोषक तत्वों पर ध्यान नहीं देते। इसमें पोटैशियम, विटामिन ए, सी, कैल्शियम और आयरन जैसे कई जरूरी पोषक तत्व हैं। अधिक फाइबर की वजह से इसका पाचन आसान है। एंटीऑक्सीडेंट्स की अधिकता की वजह से यह त्वचा के लिए फायदेमंद है। साथ ही यह डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद है।
लहसुन ब्लड शुगर को कम करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अतः अगर आप मधुमेह के मरीज हैं तो रोज सुबह लहसुन की दो तीन कलियों को चबाया करें या कुतरकर निगला करें। इससे आपको हाई ब्लड प्रेशर एवं दिल की बीमारियों में भी बहुत लाभ मिलेगा। मधुमेह से कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है लेकिन लहसुन कैंसर को रोकने में बहुत हीं प्रभावशाली माना जाता है।
डायबिटीज के मरीजों को निश्चित तौर पर गाजर का सेवन करना चाहिए। गाजर में बीटा-कैरोटीन पाया जाता है। ये इंसुलिन को नियंत्रित करने का काम करता है।डायबिटीज के मरीजों के लिए खीरा बेहद फायदेमंद होता है। यह विटामिन के और पोटैशियम से भरपूर होता है। इसमें मौजूद विटामिन सी शरीर की कई आवश्यकताओं की पूर्ति करता है
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