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Sunday, 6 March 2016

प्यार जीवन के उन प्रत्येक पल मैं है जो तुम्हारे है ....!

आखिर क्या है प्यार ?
क्या ये प्यार की सही परिभाषा नहीं है ?
■ क्या ये अनमोल प्यार कही और मिलेगा ?
जब माँ अपने बच्चे की पेशानी चूमते हुये कहती है मेरा बच्चा लाखों में एक है ।
■ या वो जब तुम काम से बापिस आओ और दरवाजे पर इंतजार करते पिताजी मीठी सी झिड़की के साथ पूछे की अरे बेटे आज बहुत देर कर दी ।
■ कितना प्यार झलकता है इन शब्दों में जब तुमसे तुम्हारी भाभी कहें की 

ये हीरो तुम्हारे लिए लड़की देखी है ,कोई और पसंद हो तो बता देना ।

■ प्यार जब और मुस्कुराता है जब भाई कहता है टेंशन मत ले में हूँ न । 

■ क्या नाम दू इस प्यार को जब तुम्हारा मूड खराब हो और बहन कहे चल भाई कही घूम के आते है ।
■ प्यार की इस इन्तहा को देखो जब तुम्हार दोस्त तुमसे गले मिलके कहे कि यार तेरे बगैर मजा नहीं आता .....!
★ ये सब प्यार के वो छड़ जिन्हें जीना चाहिए .....इनको जिओ अपने को इनसे दूर न करना ....!
■ प्यार केबल वो नहीं जो एक लड़के और लड़की में होता है ।
■ प्यार जीवन के उन प्रत्येक पल मैं है जो तुम्हारे है ....!
■ ये भी तो प्यार है जब तुम्हारी बेटी ऊँगली पकड़ कर तुम्हे पुकारे ।
■ ये भी तो अनमोल प्यार है जब तुम्हारी पत्नी तुम्हारे लिये चाय बना कर लाये और तुम उसके साथ उसे पीओ ।
■ ये भी तो प्यार है जब आपकी माँ आपके इंटरव्यू को जाते समय दही पेड़ा खिला कर बेस्ट ऑफ़ लक कहे 
■ ये भी तो अनमोल प्यार है जब आपका मित्र आपके हाथ को ढलान पर पकड़े और आपको फिसलने न दे 
■ ये भी तो प्यार है जब आपका भाई आपसे पूछे की क्या आप समय से घर पहुच गए ।■ 
प्यार - केबल एक लड़के लड़की का हाथ पकड़ कर शहर भर में घूमने का नाम नहीं है ।
■ प्यार तो वो है जो तुम्हारे छोटे से सन्देश से तुम्हारे अपनों के चहरे पर खुशियां ला दे ।
■ प्यार - अपनों को अहसास करने और कराने का नाम है ।
नाम के इस अनमोल शब्द को समझिये और इस का आनंद लीजिए

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