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Monday 22 February 2016

आलस आ रहा है? शहद चाटिये एवं शहद सेवन के अन्य फायदे

आलस आ रहा है? शहद चाटिये
आयुर्वेद में इसे अमृत माना गया है।आयुर्वेद में शहद को उसकी उपयोगिता अनुसार एक खास स्थान दिया गया है।अगर ये कहा जाये कि शहद खाने में जितना मीठा होता है, उससे कहीं ज्यादा ये हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होता है, तो ये कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। शहद का सेवन हम कभी भी किसी भी मौसम कर सकते है। इसका सेवन हम दूध के साथ,पानी के साथ, दही के साथ, मलाई के साथ, चाय के साथ, टोस्ट के साथ, रोटी के साथ, सब्जी के साथ, फलों का रस के साथ आदि किसी भी वस्तु में मिलाकर खा सकते हैं। सर्दियों में हम इसे गर्म पेय के साथ, गर्मियों में ठंडे पेय के साथ तथा वर्षा ऋतु में प्राकृतिक रूप में कर सकते है
शहद का टेस्ट काफी लाजवाब होता है। इसमें बहुत सारा कार्बोहाड्रेट होता है जो कि चाटने पर शरीर को तुरंह ही एनर्जी देता है। तो अगर आपको ऐसा लगता है कि आप सुबह बहुत सुस्त सा फील कर रहे हैं और आपका मन ऑफिस जाने का नहीं कर रहा है तो शहद का सेवन करें। इसी कारण से चाइना में रहने वाले लोग रोज सुबह दूध, ब्रेड या गरम पानी में शहद घोल मिला कर पीते और खाते हैं। चाइनीज लोगों को शहद इसलिये नहीं पसंद है क्योंकि यह टेस्टी होता है बल्कि वे इसे इसलिये पसंद करते हैं क्योंकि इसमें बहुत सारा पौष्टिक गुण होता है, जिससे दर्द से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा चाइना कि अधिकतर दवाओं में भी शहद मिला होता है।शहद कई तरह के विटामिन्स से भरपूर है। शहद में विटामिन ए, बी, सी, पाए जाते हैं। इसके अलावा आयरन, कैल्शियम, सोडियम फास्फोरस, आयोडीन भी पाए जाते हैं। 
शहद के सेवन फायदे  
1. बूढे़ लोग जिनका पाचन तंत्र कमजोर हो चुका है, उनके लिये शहद बहुत फायदेमंद होता है।
2. हर सुबह शहद चाटने से कब्ज की समस्या समाप्त होती है और पेट साफ रहता है।
3. शराब पीने के बाद हैंगओवर उतारने के लिये पानी में शहद मिला कर पीने से लीवर भी सही रहता है और हैंगओवर भी उतर जाता है।
4. अगर त्वचा जल गई हो तो वहां पर शहद लगा लें, दर्द से तुरंत छुटकारा मिलेगा। इससे इंफेक्शन भी नहीं होगा और यह जलन तुरंत सही हो जाएगी।
5. अच्छी नींद लाने के लिये रात में एक चम्मच शहद चाटें।
6. सुबह और रात को एक कप में शहद और पानी पीने से हाई ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाता है।
7. खाना खाने के आधे घंटे पहले शहद खाने से गैस्ट्रिक की समस्या नहीं होती। सावधानी  शहद स्वास्थ्य के लिये अच्छा होता है लेकिन यह मधुमेह रोगियों और 1 साल से छोटे शिशु के लिये अच्छा नहीं है।
 8.शहद में उंगली डूबोकर दिन में 3 बार चाटने से हिचकी से आराम मिलता है। शहद और काला नमक में नींबू का रस मिलाकर सेवन करने से हिचकी से राहत मिलता है। प्याज के रस में शहद मिलाकर चाटने से हिचकी बंद हो जाती है।
 9.शहद को गुड़ में मिलाकर सेवन करने से उल्टी बंद हो जाती है। उल्टी होने पर शहद को चाटने से भी उल्टी होना बंद हो जाती है। शहद में लौंग का चूर्ण मिलाकर चाटने से गर्भावस्था में होने वाली उल्टी से राहत मिलती है।
10.शहद को रोज दूध में मिलाकर सेवन करने से मोटापा बढ़ता हैं।
11.महिलाओं को दो चम्मच शहद प्रतिदिन सेवन करने से रक्त की कमी दूर होती है। इससे शारीरिक शक्ति बढ़ती है, गर्भवती महिला को गर्भधारण के शुरू से ही या अंतिम तीन महीनों में दूध और शहद पिलाने से बच्चा स्वस्थ और तंदरुस्त होता है।
12.शहद को निबौंली (नीम के फल का गूदा) को मिलाकर आंखों में काजल की तरह लगाने से आँखों की जलन में राहत मिलती है।
13.पके आम के रस में शहद मिलाकर देने से पीलिया में लाभ होता है
14.शहद मे अदरक का रस और एक चुटकी दालचीनी पावडर मिलाकर चाटने से जोड़ों मे आराम मिलता है 15.खांसी होने पर भी इस प्रयोग को आजमाए सौ प्रतिशत आराम मिल जाएगा ।
16.भोजन से अरुचि होने पर एक चम्मच खट्टे अनार का रस और एक बड़ा चम्मच शहद और सेंधा नमक मिलाकर खिलाने से भोजन मे रुचि पैदा हो जाती है ।
17.एक चुटकी छोटी हरड़ का पावडर और एक चम्मच शहद मिलाकर खाने से अम्ल पित्त शांत हो जाता है ।
18.आधा नींबू का रस एक चम्मच शहद मिलाकर चाट लें अम्ल पित्त मे आराम हो जाएगा ।
19.बीस ग्राम शहद दस ग्राम गाय का मक्खन मिलाकर दिन मे दो बार खाने से टी बी रोग ठीक हो जाता है ।
20.लहसुन, करेला, अदरक का रस निकालकर शहद में मिलाकर मसूढ़ों पर रोज लगाना चाहिए। तीन-चार दिन तक लगातार मालिश करने से पायरिया तथा मसूढ़ों के अन्य रोग खत्म हो जाते हैं।
शुद्ध शहद की पहचान :
• शहद की कुछ बूंदे पानी में डालें। यदि यह बूंदे पानी में बनी रहती है तो शहद असली है और शहद की बूंदे पानी में मिल जाती है तो शहद में मिलावट है। रूई की बत्ती बनाकर शहद में भिगोकर जलाएं यदि बत्ती जलती रहे तो शहद शुद्ध है। 
• एक ज़िंदा मक्खी पकड़कर शहद में डालें। उसके ऊपर शहद डालकर मक्खी को दबा दें। शहद असली होने पर मक्खी शहद में से अपने आप ही निकल आयेगी और उड़ जायेगी। मक्खी के पंखों पर शहद नहीं चिपकता।
• कपड़े पर शहद डालें और फिर पौंछे असली शहद कपडे़ पर नहीं लगता है।
• कागज पर शहद डालने से नीचे निशान नहीं आता है।
• शुद्ध शहद को कुत्ता नहीं खाता।
• शुद्ध शहद में खुशबू रहती है। वह सर्दी में जम जाता है तथा गरमी में पिघल जाता है।

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